डोंगरगांव (दीपक अवस्थी)।डोंगरगांव ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने निकाय और पंचायत चुनावों में भीतरघात और बगावत करने वाले नेताओं पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। खास बात यह रही कि इस्तीफे देने वाले नेताओं के त्यागपत्र भी अस्वीकार करते हुए उन्हें सीधे निष्कासन की श्रेणी में रखा गया।
शनिवार को स्थानीय कांग्रेस कार्यालय में आयोजित ब्लॉक स्तरीय बैठक की अध्यक्षता ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चेतन साहू ने की। बैठक में स्थानीय विधायक दलेश्वर साहू की मौजूदगी में अनुशासनहीनता पर कठोर निर्णय लिए गए। इसके साथ ही आगामी संविधान रैली 28 मई की तैयारियों की रूपरेखा भी तय की गई। मौके पर
चेतन साहू ने साफ कहा, “पार्टी अनुशासन सर्वोपरि है। संगठन के खिलाफ कार्य करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।”
*किसे-किसे दिखाया गया पार्टी से बाहर का रास्ता?*
नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे जिन चेहरों को निष्कासित किया गया, उनमें शामिल हैं:
ललित लोढ़ा, जिन्होंने पत्नी निर्दलीय प्रत्याशी पिंकी (स्मिता) लोढ़ा के समर्थन में कार्य किया,रवि शुक्ला (वार्ड 4),किशोर बोहरा (वार्ड 10),विष्णु सोनी (वार्ड 15)
जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में उतरे विभा साहू, महेन्द्र यादव को भी निष्कासित कर दिया गया है।
*जिला अध्यक्ष पर निंदा प्रस्ताव*
सबसे बड़ा झटका तब लगा जब पार्टी ने डोंगरगांव जिला कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर उन्हें ब्लॉक स्तरीय आयोजनों से बहिष्कृत कर दिया।पार्टी के सूत्रों के अनुसार,सी भागवत साहू चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशियों के विरोध में सक्रिय थे