राजनांदगांव. मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिसीन विभाग में इलाज के दौरान डायरिया मरीज की मौत को अस्पताल प्रबंधन ने गंभीर लापरवाही माना है. इस मामले में सीनियर रेसिडेंट डॉक्टर चेतन लाल साहू व जूनियर रेसिडेंट डॉक्टर पराग मेश्राम को 28 जुलाई को शो-कॉज नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है. संतुष्टीपूर्ण जवाब नहीं मिलने पर दोनों डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के करमतरा निवासी 18 वर्षीय हेमलता पिता हेमूलाल सिन्हा को 16 जुलाई की रात तकरीबन 11 बजे भर्ती किया गया. मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मिली जानकारी अनुसार युवती को उल्टी-दस्त पेटदर्द और निम्न रक्तचाप की समस्या थी. ड्यूटीरत इंटर्न डॉक्टर धनेश्वरी बरिहा एवं डॉक्टर ईशा साहू ने तत्काल उपचार प्रारंभ किया. इस पूरे मामले में डॺूटीरत इंटर्न डॉक्टरों ने लिखित सूचना दी है, जिसमें उल्लेख है कि संबंधित डॉक्टरों के मरीज को न देखे जाने के कारण ही समय पर उचित चिकित्सकीय लाभ नहीं मिला. मरीज के केस टिकट में डॉक्टरों ने किसी भी प्रकार के क्लिनिकल नोट्स अंकित नहीं किया है, इसे प्रबंधन ने डॺूटी के कर्तव्यों उल्लंघन बताया है. युवती को केजुअल्टी में रखा गया था, जहां उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी. इसे देखते हुए ड्यूटीरत जेआर डॉक्टर डॉ. पराग मेश्राम को फोन पर सूचना दी गई, परंतु वे मरीज को देखने नहीं पहुंचे. इसके बाद ऑनकॉल ड्यूटीरत एसआर डॉक्टर चेतन लाल साहू को भी सूचित करने का प्रयास किया किया गया, लेकिन उन्होंने फोन ही रिसीव नहीं किया. मरीज की स्थिति अत्यधिक बिगड़ गई और 17 जुलाई को सुबह 8.15 बजे उसकी मृत्यु हो गई. मृत्यु उपरांत परिजनों द्वारा अस्पताल परिसर में हंगामा एवं गाली-गलौज की गई, जिससे ड्यूटीरत इंटर्न डॉक्टर भयभीत हए।