डोंगरगांव(दीपक अवस्थी): डोंगरगांव नगर पंचायत में हाल ही में प्रेसीडेंट इन काउंसिल (पीआईसी) का अध्यक्ष अंजू त्रिपाठी उपाध्यक्ष रोहित गुप्ता और नवनिर्वाचित पार्षदों के समक्ष गठन किया गया। इस प्रक्रिया के तहत नगर पंचायत के सदस्यों को विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियां सौंपी गईं, जिनमें स्वास्थ्य, शिक्षा, जल प्रबंधन, निर्माण कार्य और प्रशासनिक कार्य शामिल हैं।
कांग्रेस के बवाल के बाद हुआ गठन
पीआईसी गठन की यह प्रक्रिया कांग्रेस के विरोध के बाद संपन्न हुई। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने नगर पंचायत में पारदर्शिता की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद प्रशासन ने पीआईसी का गठन कर विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी तय कर दी।
किसे मिली कौन-सी जिम्मेदारी?
नगर पंचायत में बने इस पीआईसी में स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा एवं खाद्य आपूर्ति विभाग प्रभारी रोहित गुप्ता सदस्य प्रफुल्ल जैन और मनोबोधी पटेल, शिक्षा, आवास लोक निर्माण एवं जल व्यवस्था के प्रभारी पुरूषोतम साहू सदस्य गायत्री यादव और दुर्गेश रामटेक राजस्व एवं बाजार विभाग के प्रभारी लीलाधर मंडलोई सदस्य मनबोधी पटेल एवं पद्मिनी ठाकुर, शिक्षा महिला कॉल एवं बाल कल्याण विभाग के प्रभारी निर्मला मालेकर सदस्य पद्मिनी ठाकुर एवं कोमल साहू, पुनर्वास नियोजन एवं सामान्य प्रशासन विभाग के प्रभारी लक्ष्मी नारायण सेन सदस्य प्रफुल्ल जैन एवं कोमल साहू को अहम विभागों को अलग-अलग सदस्यों को सौंपा गया है। प्रत्येक सदस्य अपने विभाग के कार्यों की निगरानी और विकास योजनाओं को लागू करने में अहम भूमिका निभाएगा।
शासन-प्रशासन की बड़ी पहल
डोंगरगांव नगर पंचायत में इस पीआईसी के गठन से विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। शासन का कहना है कि इस प्रक्रिया से नगर के विकास कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
जनता को होगा लाभ
इस नई व्यवस्था से नगरवासियों को स्वास्थ्य सुविधाओं, शिक्षा व्यवस्था और बुनियादी ढांचे में सुधार देखने को मिलेगा। साथ ही, स्थानीय प्रशासन के कार्यों की निगरानी बेहतर होगी, जिससे विकास योजनाएं तेजी से लागू की जा सकेंगी।