डोंगरगांव (दीपक अवस्थी)।डोगरगांव नगर पंचायत इन दिनों आंतरिक मतभेदों के कारण दोराहे पर खड़ी नज़र आ रही है। सोमवार को नगर पंचायत के उपाध्यक्ष रोहित गुप्ता ने हंडी पसरा में व्यापार कर रहे कुम्हारों को दुकानें पीछे करने या हटाने का मौखिक निर्देश दिया। उनका कहना था कि अतिक्रमण हटाने और बाजार व्यवस्था को सुधारने के लिए यह ज़रूरी कदम है।
लेकिन स्थिति उस वक्त पलट गई जब मंगलवार को नगर पंचायत अध्यक्ष अंजू त्रिपाठी एवं पार्षद राजा जैन ने स्वयं हांडी पसरा व्यापारियों के घर पहुँचकर मुलाक़ात की उनके व्यापार की स्थिति को देख कर आश्वासन दिया कि उनकी दुकानें नहीं हटाई जाएंगी।
यह विरोधाभास न केवल नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रशासनिक स्तर पर समन्वय की भारी कमी है। 50 वर्षों से अपने व्यवसाय से जुड़े इन कुम्हारों की आजीविका पर मंडराते संकट को लेकर नगर पंचायत के दो शीर्ष पदों के अलग-अलग रुख ने व्यापारियों में असमंजस और चिंता की स्थिति पैदा कर दी है।
अस्थाई दुकानदारों का आरोप है कि हांडी पसरा की ज़मीन पर अब स्थाई दुकानदारों ने कब्ज़ा कर लिया है, जिससे पारंपरिक और अस्थाई व्यवसाय करने वाले कुम्हारों के लिए जगह कम पड़ गई है।
संवाद की कमी
इस घटनाक्रम ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है
—क्या नगर पंचायत के भीतर संवाद और एकरूपता की इतनी कमी है कि एक पदाधिकारी आदेश दे और दूसरा उन्हें नकार दे? आने वाले दिनों में देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला किस दिशा में आगे बढ़ता है और क्या कुम्हारों को उनका हक़ मिल पाता है या फिर प्रशासनिक खींचतान की भेंट चढ़ता है।
ये कहना है हंडी पसरा व्यापारियों का
रोहित पांडे, मुकेश पांडे, यशवंत पांडे, जीतू पांडे, लीला पांडे, दिशा पांडे ने बताया कि सोमवार को नगर पंचायत उपाध्यक्ष रोहित गुप्ता जे सी बी के साथ पसरा पहुंच गए। और बिना किसी सूचना के पसरा व्यापारियों को हटने के लिए कहा। इससे भय का माहौल बन गया। वहीं मंगलवार नगर पंचायत अध्याय अंजू त्रिपाठी, पार्षद प्रफुल्ल जैन, लक्ष्मी नारायण सेन हमारे घर कुम्हार पारा पहुंच कर कहा कि जब तक स्थाई व्यवस्था नहीं होती तब तक आप सुचारू रूप से व्यापार करें। अध्यक्ष ने बताया यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं था। पता चलते ही आपके समक्ष उपस्थित हूं। इसके साथ पसरा के व्यापारियों ने पार्षद प्रफुल्ल जैन के साथ तहसीलदार के समक्ष उपस्थित होकर वस्तुत स्थिति को बताया।
पीड़ित पक्षकारों से मुलाकात हुई है वार्तालाप के उपरांत सीजन तक उन्हें वहीं रहने दिया जाएगा। साथ ही उनके लिए उचित स्थल के चयन पर निर्णय के लिए सहमति बनी है साथ ही पीड़ित पक्ष ने स्थल चयन होने पर व्यवस्थापन पर सहमति दिए है।
अंजू त्रिपाठी
अध्यक्ष, नगर पंचायत डोंगरगांव