धमतरी ।अर्जुनी थाना पुलिस की हिरासत में एक आरोपी की मौत हो गई थी. मृतक पर किसानों से करोड़ो की ठगी का आरोप था. इस मामले में 1 अप्रैल को जमकर बवाल हुआ. इसके बाद अर्जुनी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया और न्यायिक जांच शुरू की गई.
अब कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में एक अपनी 5 सदस्यीय जाँच टीम गठित की है. जिसमे गुंडरदेही, बालोद, धमतरी और सिहावा विधायक के साथ धमतरी जिला कांग्रेस अध्यक्ष को रखा गया है. इस जांच टीम ने मंगलवार को अर्जुनी थाना जाकर मामले की जांच की. पुलिस अधिकारियों से तमाम सवाल जवाब के बाद कांग्रेस ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा देने की मांग की है.
इस मामले पर कांग्रेस कमेटी की जांच समिति संयोजक गुंडरदेही विधायक कुंवरसिंह निषाद ने कहा कि पुलिस ने पहले से ही स्क्रिप्ट तैयार कर रखा है. पुलिस और परिवार दोनों के बयान में विसंगति है. परिवार वालों का कहना है कि 29 मार्च को डी-मार्ट दुर्ग से पुलिस ने मारते पीटते हुए दुर्गेश कठोलिया को गिरफ्तार करके ले गई. जबकि पुलिस का कहना है कि 30 तारीख को दुर्गेश को उसके गांव से पकड़ कर लाया गया है. जिन किसानों ने एफआईआर दर्ज कराया था उनके द्वारा पहचान के बाद आरोपी दुर्गेश को पकड़ कर लाया गया था. पुलिस का कहना है कि एमएलसी रिपोर्ट में दुर्गेश ठीक था.
विधायक कुंवरसिंह ने कहा कि “यहां के पुलिस कप्तान अपने कर्मचारियों को बचाने की फिराक में है या फिर पुलिस कप्तान इस घटना में संलिप्त है. बगैर डॉक्टरी मुलाहिजा के पुलिस ने तय कर रखा था कि उसकी मौत हार्टअटैक से हुई है. जबकि दुर्गेश के साथ मारपीट हुई है. हमारी जांच टीम बनी है. यहां पर विरोधाभास बातें आ रही है. पीएम के आधार पर तय होगा कि उसकी मौत कैसे हुई है. सरकार अपने कर्मचारियों को बचाने में लगी है जो सरकार की अकर्मण्यता को दर्शाती है.”
यह था पूरा मामला: पुलिस की बताई जानकारी के अनुसार अर्जुनी पुलिस ने किसानों के एफआईआर के बाद भँवरमरा जिला राजनांदगांव निवासी दुर्गेश कठोलिया को अरेस्ट कर न्यायिक हिरासत में थाना लेकर आई. अचानक दुर्गेश की तबियत बिगड़ जाने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
1 अप्रैल को यह खबर आग की तरह फैली. पुलिस कस्टडी में मौत मामले ने तूल पकड़ा, परिजनों ने जिला अस्पताल में करीब 5 घंटे तक हंगामा किया अस्पताल के सामने जमीन पर बैठे रहे, एसपी ने अर्जुनी थाना व सायबर सेल प्रभारी सन्नी दुबे को सस्पेंड किया. मृतक दुर्गेश की मजिस्ट्रेट के सामने वीडियो ग्राफी के साथ पोस्टमॉर्टम करवाया गया. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जांच टीम बनाया गया है. जिसमे जांच समिति संयोजक गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, बालोद विधायक संगीता सिन्हा जांच समिति सदस्य सिहावा विधायक अंबिका मरकाम, धमतरी विधायक ओंकार साहू, जिला अध्यक्ष शरद लोहाना शामिल है.