. रायपुर। राजधानी के नया रायपुर (अटल नगर) में आज केंद्रीय न्यायिक विज्ञान प्रयोगशाला (Central Forensic Science Laboratory – CFSL) की आधारशिला रखी गई। इस भूमिपूजन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। वैज्ञानिक न्याय प्रणाली की दिशा में ऐतिहासिक कदम बृजमोहन अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि यह अत्याधुनिक प्रयोगशाला न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे भारत के लिए एक ऐतिहासिक सौगात है। इससे आपराधिक मामलों की वैज्ञानिक और निष्पक्ष जांच को गति मिलेगी, जिससे न्यायिक प्रक्रिया और अधिक प्रभावशाली होगी। Also Read – ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम पर किया हमला, डिप्टी रेंजर सहित चार कर्मी घायल युवाओं को मिलेगा शोध और नवाचार का अवसर इस प्रयोगशाला की स्थापना से फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में अध्ययन, अनुसंधान और नवाचार के नए द्वार खुलेंगे। इससे युवाओं को नई तकनीकों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा और राज्य में तकनीकी मानव संसाधन का विकास होगा। प्रधानमंत्री के विजन की दिशा में बड़ा कदम यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्मार्ट लॉ एंड ऑर्डर” विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। समारोह में उपस्थित सभी वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे राज्य की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था के लिए मील का पत्थर बताया।