मरीजों की शिकायत पर अंजू त्रिपाठी ने किया औचक निरीक्षण, गंदगी और पानी की किल्लत से बेहाल मिला अस्पताल
डोंगरगांव (दीपक अवस्थी)।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव की दुर्दशा की शिकायत मिलते ही नगर पंचायत अध्यक्ष अंजू त्रिपाठी रविवार देर शाम अस्पताल पहुंचीं। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की हालत “बीमार अस्पताल” जैसी दिखी—चारों ओर गंदगी का अंबार और पीने के पानी की गंभीर किल्लत से मरीज और उनके परिजन बेहाल नजर आए।
सूत्रों के मुताबिक, मरीजों ने अस्पताल की बदहाली की जानकारी सीधे अध्यक्ष को फोन पर दी थी। शिकायत मिलते ही त्रिपाठी ने बिना देर किए अस्पताल पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पाया कि अस्पताल में न तो सफाई की समुचित व्यवस्था है, न ही मरीजों के लिए पीने के पानी की कोई सुविधा।
जिम्मेदार अधिकारी नदारद, फोन तक नहीं उठाया
सबसे हैरानीजनक बात यह रही कि अस्पताल के कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं थे। अध्यक्ष ने जब ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर रागनी चंद्रे और जिला स्वास्थ्य अधिकारी को फोन किया, तो दोनों ने कॉल रिसीव नहीं किया। इस लापरवाही से नाराज़ अध्यक्ष ने तत्काल व्यवस्था कर
पानी का टैंकर बुलवाया और मरीजों को राहत पहुंचाई।
तहसीलदार को दिए सुधार के निर्देश, चेतावनी भी दी
निरीक्षण के दौरान तहसीलदार से भी चर्चा करते हुए त्रिपाठी ने अस्पताल की व्यवस्थाओं में तत्काल सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र आवश्यक कदम नहीं उठाए गए, तो वे इस मामले को सीधे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में लाएंगी।
अव्यवस्थाओं की लंबी सूची
निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष को अस्पताल परिसर में लगे वाटर कूलर में गंदा पानी भरा मिला। बाथरूम के सभी नल खुले हुए थे, जिन्हें अध्यक्ष ने खुद बंद किया। इस बदइंतजामी ने अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।