रायपुर।छत्तीसगढ़ रायपुर के गुलमोहर पार्क में रविवार 13 अप्रैल को नगर निगम द्वारा खोदे गए गड्ढे में तीन बच्चे डूब गए, जिनमें से 7 साल के दिव्यांश की मौत हो गई। दो अन्य बच्चों—अंश सेन (5 वर्ष) और प्रियांश सेन (6 वर्ष)—को बचा लिया गया। इस हादसे के बाद परिजनों में आक्रोश है। परिजनों ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया और प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांगे नहीं मानने पर सीएम हाउस का घेराव करने की चेतावनी दी है।
मृतक दिव्यांश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। घटना के बाद से परिवार की हालत बेहद दयनीय है। दिव्यांश की माँ बार-बार बेहोश हो रही हैं, जबकि पिता दीपक कुमार का कहना है, अगर गड्ढा समय पर पाट दिया गया होता, तो मेरा बेटा आज जिंदा होता।
शिकायतों के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह गड्ढा नगर निगम द्वारा 6 महीने पहले सीवरेज के लिए खोदा गया था, लेकिन कई बार शिकायत करने के बाद भी इसे नहीं भरा गया। गड्ढे के आसपास न तो कोई बैरिकेडिंग थी और न ही चेतावनी बोर्ड लगाया गया था। प्रत्यक्षदर्शी तुलसी राम साहू ने बताया कि उन्होंने बच्चों को गड्ढे से निकालने में मदद की, लेकिन दिव्यांश की जान नहीं बचाई जा सकी।
चक्का जाम और धरना प्रदर्शन किया
हादसे के बाद से स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और गुलमोहर पार्क के बाहर धरने पर बैठे हैं। लोगों ने रामनगर की सड़क को जाम कर दिया है और निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मृतक के पिता ने साफ कहा, मुझे मुआवजा नहीं चाहिए, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
नगर निगम के अधिकारियों को नोटिस
रायपुर नगर निगम के आयुक्त ने जिम्मेदार अधिकारियों—जॉन कमिश्नर, कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता और ठेकेदार—को शो-कॉज नोटिस जारी किया है। हालांकि, अब तक कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है।
एक दिन पहले भी हुआ था ऐसा हादसा
गुलमोहर पार्क की घटना से एक दिन पहले, शनिवार को छत्तीसगढ़ नगर स्थित शीतला मंदिर के पास 3 साल का एक बच्चा खुले गड्ढे में गिर गया था। सौभाग्य से एक बाइक सवार ने उसे बचा लिया। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें निगम की लापरवाही साफ दिख रही है।
परिवार ने की ये बड़ी मांग
दिव्यांश के पिता ने चेतावनी देते हुए कहा, आज मेरा बच्चा चला गया, कल किसी और का बच्चा इस तरह की लापरवाही का शिकार हो सकता है। लोगों ने साफ किया है कि अगर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सीएम हाउस का घेराव करेंगे।