बलरामपुर। जिले में संचालित सरकारी स्कूलों में शराब पीकर शिक्षकों के स्कूल पहुंचने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही मामला विकासखंड के दूरस्थ अंचल में संचालित प्राथमिक स्कूल बंदरचूँआ में देखने को मिला है। यहां पदस्थ प्रधान पाठक शराब पीकर स्कूल पहुंचे हैं और जब मीडिया ने उनसे बात की तो कहना था कि, एक पाव ही तो पी है। अब जब शिक्षक शराब पीकर स्कूल पहुंचेंगे तो बच्चों पर उसका कैसा असर पड़ेगा और शिक्षा की गुणवत्ता कैसी होगी इसका सिर्फ आप अंदाजा लगा सकते हैं। इसके अलावा प्रधान पाठक का यह भी कहना है कि वह आदिवासी समुदाय से आते हैं इसीलिए पी लिए है। मीडिया के सामने वह अपनी गलती भी स्वीकार रहे हैं, लेकिन कब तक आखिर सरकारी स्कूलों की तस्वीर ऐसी ही बने रहेगी क्या कभी सुधार होगा शिक्षक अपनी सैलरी के हिसाब से काम करेंगे यह तो समय ही बताएगा।