डोंगरगांव (दीपक अवस्थी)।शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने की नगर पंचायत की कवायद एक बार फिर मज़ाक बन कर रह गई है। गुरुवार सुबह नगर पंचायत की टीम, सीएमओ के नेतृत्व में, शहर के प्रमुख बाजारों में उतरी और दुकानों के सामने सफेद चूने से “लक्ष्मण रेखा” खींच दी—उम्मीद थी कि व्यापारी इस रेखा का सम्मान करेंगे और फुटपाथ व सड़क पर अतिक्रमण नहीं करेंगे। लेकिन कुछ ही घंटों में व्यापारियों ने इस रेखा को रावण की तरह लांघते हुए व्यवस्था को अपने हिसाब से तोड़-मरोड़ डाला।
व्यापारियों ने खुद ही मांगा था सुधार, अब बन रहे बाधा
चौंकाने वाली बात यह है कि शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए खुद व्यापारियों के संगठन ने ही नगर पंचायत और एसडीएम को पत्र लिखा था। बैठक में यह तय हुआ कि सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, और व्यापारी अपना सामान दुकान के अंदर तक सीमित रखेंगे। लेकिन धरातल पर न नीयत दिखी, न नियमों का पालन।
नवीन बाजार की हालत – पैदल चलना भी चुनौती
नवीन बाजार की स्थिति सबसे खराब है। दुकानों के आगे बेतरतीब ढंग से पसरा सामान, सड़क पर खड़ी बाइकें और ट्रॉलियों के कारण दोपहिया वाहन तो छोड़िए, पैदल निकलना भी मुसीबत बन चुका है। वाइट सीमेंट की रेखा को भी दबा दिया गया है। व्यापारियों की मनमानी चरम पर है।
शहर में भारी वाहन प्रतिबंध कागज़ों तक सीमित
हालांकि नगर पंचायत ने भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन दिनभर ट्रक और अन्य बड़े वाहन शहर की सड़कों पर घूमते देखे जा सकते हैं। न कोई निगरानी, न चालानी कार्रवाई—प्रशासन की निष्क्रियता साफ झलक रही है।
अस्पताल तक में नहीं पानी, कैसी व्यवस्था?
शहर के अस्पताल में पेयजल की सुविधा तक दुरुस्त नहीं। मरीज और उनके परिजन पानी के लिए भटकते हैं, लेकिन नगर पंचायत के अधिकारी केवल कागज़ी आदेशों से अपनी जिम्मेदारी निभा लेते हैं।
क्या बचा है प्रशासन?
नगर पंचायत की सारी कार्रवाई अब प्रतीकात्मक बन कर रह गई है। न स्थायी समाधान, न अमल का इरादा। जनता त्रस्त है, व्यापारी बेलगाम हैं, और प्रशासन मौन है। सवाल यही है—क्या डोंगरगांव में प्रशासन नाम की कोई चीज़ शेष है?
अब होगा कार्रवाई का दावा
नगर पंचायत ने दावा किया है कि लक्ष्मण रेखा के बाहर फैलाए गए सामान पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण हटाया जाएगा और सामान जप्ती की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी।
– विनम्र जेमा, मुख्य नगर पंचायत अधिकारी, नगर पंचायत डोंगरगांव