“सैंया भये कोतवाल तो फिर काहे का डर?”
राजनांदगांव(दीपक अवस्थी)।देश में जनता धूप में लाइन में खड़ी है और साहब की गाड़ी नीली बत्ती चमकाते हुए इंस्टाग्राम पर ट्रेंड कर रही है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ‘जन सेवा’ की गाड़ी पर ‘जन संपर्क’ नहीं, बल्कि बर्थडे पार्टी चल रही है। और तो और, वीडियो खुद डीएसपी साहब की पत्नी ने सोशल मीडिया की दुनिया में ‘उत्सव भाव’ से पोस्ट किया।
क्या है वायरल वीडियो में?
बलरामपुर जिले में पदस्थ डीएसपी तस्लीम आरिफ की पत्नी सरकारी गाड़ी के बोनट पर केक काटती नज़र आ रही हैं। नीली बत्ती जल रही है – और शायद यही वीडियो का सबसे “रोशन” पहलू है। बर्थडे सेलिब्रेशन को न सिर्फ कैमरे में कैद किया गया, बल्कि पूरे गर्व से इंटरनेट की अदालत में पेश भी कर दिया गया।
सरकारी गाड़ी: वाटरफॉल ट्रिप और इंस्टा रील्स के लिए भी?
इस वीडियो के बाद कुछ और क्लिप्स भी सामने आईं, जिनमें डीएसपी साहब के परिजन सरकारी वाहन से पिकनिक स्पॉट और झरनों की सैर पर निकले दिखाई दे रहे हैं। बत्ती टिमटिमा रही है, पर आसपास कोई आपात स्थिति नहीं – शायद इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स घटने की आपात स्थिति हो!
“ये रील नहीं, नियम का उल्लंघन है” – अधिवक्ता
वरिष्ठ अधिवक्ता अभय तिवारी का कहना है कि शासकीय वाहनों का उपयोग केवल सरकारी कार्यों के लिए हो सकता है। जन्मदिन पार्टी, पिकनिक या रील बनाने के लिए इनका इस्तेमाल करना नियमों का खुला उल्लंघन है। इस मामले में जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई संभव है।
डीएसपी साहब बोले – “मुझे पता नहीं था”
पूरे मामले पर जब डीएसपी तस्लीम आरिफ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “वीडियो की जानकारी नहीं थी। गाड़ी मेरे नाम पर है और मैं कभी-कभी घरेलू उपयोग करता हूं। अगर किसी ने वीडियो अपलोड किया है, तो यह गलत है और मैं उसे हटवा दूंगा।”
अब सवाल ये उठता है...
क्या नीली बत्ती अब सिर्फ आपात सेवाओं के लिए रह गई है या अफसरशाही के ‘स्टेटस सिंबल’ में तब्दील हो चुकी है? सुप्रीम कोर्ट और परिवहन मंत्रालय की स्पष्ट गाइडलाइनों के बावजूद इस तरह का दुरुपयोग क्या जनता के भरोसे और कानून दोनों का अपमान नहीं है?
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