गंदा पानी बना बीमारी की जड़, कई वार्डों में कीड़े तक मिले
डोंगरगांव (दीपक अवस्थी)।डोंगरगांव नगर पंचायत की लापरवाही एक बार फिर जनता की सेहत पर भारी पड़ रही है। बीते 15 दिनों से शहर के कई वार्डों में गंदा, बदबूदार और कीड़ों वाला पानी सप्लाई किया जा रहा है। नगर पंचायत द्वारा की जा रही सप्लाई के नमूनों में टोटल डिजॉल्व्ड सॉलिड्स (टी डी एस) का स्तर 500 mg/L से ऊपर तक पाया गया, जो भारतीय मानक ब्यूरो (बी आई एस) की अधिकतम सीमा पीने योग्य पानी 350 mg/L से कहीं अधिक है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 50 से 150 mg/L तक का टीडीएस पानी सबसे शुद्ध माना जाता है। लेकिन डोंगरगांव में सप्लाई हो रहा पानी न सिर्फ मानकों के परे है, बल्कि बीमारियों का भी स्रोत बनता जा रहा है।
एजी खबर की पड़ताल: चौंकाने वाली हकीकत
एजी खबर की टीम ने बुधवार को डोंगरगांव के विभिन्न वार्डों में जल गुणवत्ता की जांच की। रिपोर्ट में निम्न स्थिति उजागर हुई:
• स्वाद: फीका और अप्राकृतिक
• रंग: मटमैला
• गंध: तेज़, सड़ी हुई
• टीडीएस स्तर: 400–500 mg/L
• स्थिति: कई घरों में लोग पानी को उबालकर इस्तेमाल कर रहे हैं या वैकल्पिक स्रोतों पर निर्भर हैं।
विशेषज्ञों की चेतावनी: “गुर्दा, लीवर और कैंसर पर असर”
डॉ. शम्स परवेज, प्रोफेसर, रसायन शास्त्र विभाग, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर ने बताया:
उच्च टीडीएस युक्त पानी में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम की अधिकता होती है, जो शरीर में खनिज असंतुलन पैदा करती है। लंबे समय तक इसका सेवन गुर्दे, लीवर और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
वार्ड-वार स्थिति: डराने वाली तस्वीर
• वार्ड 5: बदबूदार पानी की लगातार सप्लाई, नागरिक उबालकर इस्तेमाल कर रहे
• वार्ड 4 (सदर लाइन): 50+ परिवारों को कीड़े वाला पानी मिल रहा, खाना पकाने से भी परहेज
• वार्ड 15: 20 दिनों से गंदा पानी; पेट दर्द, दस्त और बाल झड़ने की शिकायतें आम
लंबे समय से नहीं हुई टंकियों की सफाई
शहर में 5 से अधिक पानी टंकियां हैं, लेकिन लंबे समय से सफाई नहीं की गई। टंकियों में गाद, काई और जैविक गंदगी जम चुकी है, जिससे पानी की गुणवत्ता और अधिक बिगड़ गई है।
जनस्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव
• पेट दर्द और दस्त की शिकायतें
• बाल झड़ने की समस्या
• पथरी के मरीजों में वृद्धि
• बदबूदार पानी से भोजन में कठिनाई
• शहर में कुल 50 से अधिक कैंसर पीड़ितों की पहचान
शहर की स्थ एक एक नजर में
जनसंख्या 20,000
वार्डों की संख्या 15
टंकियां 5+ (ज्यादातर गंदी)
टीडीएस स्तर 400–500 m mg/L
आम जनों से जुड़ी हुई समस्या है। सी एम ओ से इस विषय पर चर्चा करेंगे। जांच भी करवाएंगे कि समस्या का हल निकले। जल्द से जल्द इस विषय पर निर्णय होगा।
श्रीकांत कोर्राम, एस डी एम, डोंगरगांव
छः जगहों से पी एच ई को सैंपल भेजे गए हैं, जल्द ही रिपोर्ट आ जाएगी। साथ ही फिल्टर प्लांट को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए पी एच ई विभाग से चर्चा की गई है।
विनम्र जेमा, सी एम ओ नगर पंचायत डोंगरगांव