अपनी ही पार्टी की परिषद में ‘विकास’ को लेकर बगावत, योजनाओं के क्रियान्वयन पर उठाए सवाल
डोंगरगांव (दीपक अवस्थी)।डोंगरगांव नगर पंचायत में शुक्रवार को भाजपा के पार्षद राजा प्रफुल्ल जैन ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी सीएमओ विनम्र जेमा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नगर पंचायत कार्यालय के सामने धरना दे दिया।
धरने का मुद्दा—अपने ही वार्ड में मूलभूत सुविधाओं की घोर उपेक्षा और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर था।
सत्ताधारी दल के पार्षद द्वारा अपनी ही सरकार के अधीनस्थ अधिकारी के खिलाफ धरना प्रदर्शन न सिर्फ प्रशासनिक असंतोष को जाहिर करता है, बल्कि भाजपा संगठन के भीतर संवादहीनता और आंतरिक खींचतान की गवाही भी देता है।
राजा जैन ने स्पष्ट कहा कि “पेयजल, सड़क, नाली, सफाई, और स्ट्रीट लाइट जैसी बुनियादी समस्याएं जस की तस हैं। बार-बार आग्रह करने के बावजूद सी एम ओ ने काम नहीं करवा रहे है।
आरोपों से लगता है कि नगर पंचायत में सरकार की मुख्य योजनाओं को सिर्फ फाइलों तक सीमित रख दिया गया है। जनता को इसका लाभ नहीं मिल रहा।
अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना – अंदरूनी टकराव की झलक
डोंगरगांव में भाजपा बहुमत में है और नगर पंचायत भाजपा के ही नियंत्रण में है। ऐसे में पार्टी के पार्षद अपनी ही सरकार के के प्रशासनिक निष्क्रियता को उजागर करता है, बल्कि भाजपा संगठन के भीतर चल रहे असंतोष को सामने ले आया है।
सी एम ओ विनम्र जेमा का ये है कहना
पार्षद प्रफुल्ल जैन राजा ने 01/11/2024 से आज दिनांक 23/07/2025 तक किस-किस मद में किस कार्य एजेंसी या संबंधित व्यक्ति को भुगतान किया गया इसकी जानकारी मुझे 24 घण्टे के भीतर प्रदाय करने का कष्ट करें लिखित में मांगा था। उक्त जानकारी नही दियें जाने की स्थिति में मेरे द्वारा आमरण अनशन किया जाएगा ये कहा गया। उक्त जानकारी नगर पालिका अधिनियम 1961 के अंतर्गत नहीं आती है साथ ही मेरे द्वारा उन्हें सूचना के अधिकार के अंतर्गत जानकारी दी जा सकती है ये मौखिक कहा गया लेकिन वो नहीं माने।